उसको दो तो, जिंदगी का खिलता गुलाब दो
हो सके तो उसके सामने, अपना ये नकाब उतार दो,
उसकी तेज रौशनी, तमाम जख्म्मों को भर देगी
तुमको उससे सच्ची मोहब्बत है इसका उसे यकीन दो|
वो तुम्हारी तमाम करतूतें,इत्मीनान से देखता रहता है
अच्छे-बुरे सभी कर्मो का,बाकायदा हर पल हिसाब रखता है,
होसके तो उसके सामनें,अपने सारे आँसू बहा दो
ओर अपनी सभी बुराइयाँ ,उसके दामन में दफ़न कर दो|
उसे चाहने वालों की,इस दुनियां में कमी नहीं है
पर वो कुछ खास चुनिन्दा,शाखों पर ही फूल देता है,
होसके तो इन सुखद फूलों की,खुशबुओं को अपनालो
ओर अपनी तमाम खुशियों की दोलत,उसके हवाले कर दो|
वो तुमसे क्या लेगा,जो सारी दुनिया का दाता है
तुम उसे क्या दोगे,जोकि पूरी कायनात का मालिक है?
जिन शाखों पर फूल देता है,उन पर वो फल भी देता है,
"पवन पागल"बेहतर है अपनी नज़र को,उसकी नज़र से मिला दो|
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