जो नज़र भर के देखा उनको,दिल बाग-बाग होगया
पर उधर से जो माकूल जवाब न आया,तो दिल तार-तार होगया
मैंने इस तरह,दिल टूटने की उम्मीद न की थी
जो दुबारा नज़रों से देखा उनको,नज़रों का गुमान होगया |
हादसा छोटा सा था,पर न जाने तिल का ताड़ कैसे होगया ?
सफ़र का छोटा सा रास्ता,देखते ही देखते पहाड़ होगया
मैंने जो कुछ सोचा था,वैसा तो नहीं हुआ
बेबसी में हाले-दिल हमारा,छलनी-छलनी होगया |
धन-दोलत की कमी न थी,पर जो देखा उन्हें,कंगाल होगया
दोलत-मंद होते हुए भी,उनके सामने गरीब से गरीब होगया
मुझे मंज़ूर है फांका-कसी ,काश वो मिल तो जाएँ
दूर बैठे तरसते रहे,अब तरसती आँखों में अँधेरा होगया |
दिल में रहते हैं,पर हुबहू मिलने का मलाल रह गया
आँखों में रहते हैं,पर इन आँखों से देखने का ख्याल ही रहगया
जो दिखाई देते इन आँखों से,तो 'आलाआँखों'को कोन पूछता ?
"पवन पागल"आँखों के होते हुए भी,'सूरदास'ही बाज़ी मार गया |
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