गर्दिश में मैं रहूँ,और तुझे खबर न हो,
ऐसा हो नहीं सकता
कोयले की दलाली करूँ,और हाथ काले न हों
ऐसा हो नहीं सकता |
सुर्ख़ियों में रहूँ,और तुझे खबर न हों
ऐसा हो नहीं सकता
बारिश बरसती रहे,और बादल न हों
ऐसा हो नहीं सकता |
चिराग़ जलते रहें,और तुझे खबर न हो
ऐसा हो नहीं सकता
तू सदा साथ मेरे रहे,फिर भी चिराग़ तले अँधेरा
ऐसा हो नहीं सकता |
बीच भंवर में फंसा रहूँ,और तुझे खबर न हो
ऐसा हो नहीं सकता
तेरे सफ़र में रहूँ,और पानी में भैंस डूब जाये
ऐसा हो नहीं सकता |
रात-दिन तेरे ख्यालों में रहूँ,और तुझे खबर न हो
ऐसा हो नहीं सकता
"पवन पागल"तेरी अरदास में रहे,और मूंड मुडाते ही ओले पड़ें
ऐसा हो नहीं सकता |
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