मुझे तोड़कर तुम,यूँ ही मत फेंक देना
मैं बड़ी मुश्किल से खिला हूँ,
होसके तो मुझे कुछ अपनी परछाइयाँ देनां
मैं धूप में बहुत झुलश चूका हूँ |
मुझे परछाईयौं में रहकर खिलने देना,
मैं धूप में कभी खिला नहीं हूँ
होसके तो मुझे अपनी पनाह देना,
मैं बहार आने से डरा हुआ हूँ |
मुझ से बिछुड़ कर तुम,यूँ ही मत चले जाना
पास से देखना,मैं ख़तम ही हूँ
होसके तो मुझे कुछ,सहारा देना
मैं तुम्हें दूर जाते न देखना चाहता हूँ |
मैं जब भी रुखसत हूँ,अपने पास ही जगह देना,
मैं बड़ी हसरत लिये जारहा हूँ
होसके तो "पवन पागल" को अपना प्यार देना
जिंदगी भर साथ रहने का,अपना वादा देना|
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