Mere Dil Se.....

सोमवार, 22 नवंबर 2010

(५६) मैरिज एजेंट

एजेंट बोले----
"आपकी भावी पत्न्नी का नाम 'स्नेहलता है
स्नेह का तो ब्लैक मार्केट है,ओर
लता आपके पीछे है "
भावी दुल्हा बोला---
क्या दो रत्नों की वरमाला का फंदा
एक ही के गले में डाल रहे हो
क्यों दो कन्याओं का मुझ से वरण कर रहे हो
क्या तुम्हें जाना है जेल,जो मुझे फांस कर
करते हो मुझ से 'ब्लैक-मेल
सुनो! अगर तुम पकडे गये,तो छुड़ा लाऊंगा
पर दहेज में 'ब्लैक के साथ 'वाहिट भी लूँगा |
क्या आपकी यह प्यारी लता कंही
अम्बर बेल की सहेली तो नहीं
लिपट जाये बिचारे मुझ जैसे किसी
भोले-भाले पेड़ से
ओर भोजन का बटवारा करे
मकान का बटवारा करे,बंटवारा करे' ऐ टू जेड '
बिना कोई मुवावजा पेड़ को दिये हुए |
हे महोदय आपका यह फ्री' सेम्पल
आप के ही पास ही रखिये
दीजिये किसी ऐसे मरीज़ को,जिसकी बीमारी
"पवन पागल" 'फ्री सेम्पल' से ही जाती हो |

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