तेरी यादों के सहारे बैठा हूँ ,
दिल में तेरे आने की,आरजू लिए बैठा हूँ|
हर एक आहट पे,तेरे आने का इंतजार होता है मुझे,
हर एक मोड़ पे तेरे बिछड़ जाने का एहसास होता है मुझे|
कितना बेताब बना दिया है तूने मुझे,
आदमी था काम का,बेकार बना दिया है तूने मुझे|
पुरानी यादों के महल में गुम-सुम बैठा हूँ,
दिल में तेरे आने की आरजू लिए बैठा हूँ|
तेरी यादों------------
कंही ऐसा ना हो की हमारी आरजू किसी ,
ओर की आरजू बन जाये,
हम इंतजार करते रहें,
तू किसी ओर की हो जाये|
दिल में----------------
हाथ में खाली ज़ाम लिए बैठा हूँ,
कोई आएगा ,इसे भरने 'पवन पागल',
में आज उसी के इंतजार में बैठा हूँ|
तेरी-----------------------
तू ना आई तो,ज़ाम में शराब की जगह आँसू होंगे,
जिस्म मिटटी का एक ढेर होगा,न जाने तब तक,
कितेने ही बुत बन गए होंगे,
एक नहीं हजारों "पवन पागल, तेरी ही याद में मर गए होंगे|
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