कोई जात-पांत नहीं होती,
होती है तो सिर्फ हमारे मन की सोच|
'ब्राह्मणत्व ' तत्व वाले,
'शुद्रत्व' तत्व वालों की अच्छाई लेंलें ,
ओर
शुद्रतत्व वाले
ब्राह्मणत्व तत्व वालों की अच्छाई लेंलें ,
ओर
दोनों तत्व ऊँचे उठें ,ओर नीचे न गिरें,
तो फिर क्या जाती क्या पांती |
एक ही मां, ओर उसकी एक ही छाती,
फिर चाहे ब्राह्मण हो,
या शुद्र,
"पवन पागल' 'भारतमाता ' की एक ही जाती |
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